कुछ यादें बेतरतीब सी
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उपन्यास
अपने गिरेबां में !!!
लघुकथाएं ..
व्यंग्य श्री - २००१४
कुछ यादें बेतरतीब सी
19.3.13
चिन्तक डॉ प्रभाकर श्रोत्रिय की गरिमामयी उपस्तिथि
कथाकार सूर्यकान्त नागर की पुस्तकों के लोकार्पण कार्यक्रम में बाएं से - राकेश शर्मा, सूर्यकान्त नागर,डॉ श्रोत्रिय, अनिल त्रिवेदी और प्रभु त्रिवेदी प्रसन्न मुद्रा में .
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