कुछ यादें बेतरतीब सी
इन्हें भी देखें --
गोइंका व्यंग्यभूषण सम्मान 2018
उपन्यास
अपने गिरेबां में !!!
लघुकथाएं ..
व्यंग्य श्री - २००१४
कुछ यादें बेतरतीब सी
27.6.15
आलोचक श्री विजयबहादुर सिंह के ७५ वें जन्मदिवस समारोह के अवसर पर
बांये से -- हरेराम वाजपई, कथाकार शशांक, विजयबहादुर सिंह, रमेश दवे , सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी और राकेश शर्मा।
8.4.15
व्यंग्यकार रोमेश जोशी के साथ दन्त प्रदर्शन प्रतियोगिता में।
31.3.15
व्यंग्यकार बी एल आच्छा को प्रांतीय पत्र लेखक मंच का गक्खड रत्न बनाया गया .२३/३/२०१५
बांये से - श्री होलकर, गजेन्द्र आचार्य, नंदकिशोर बर्वे, जवाहर चौधरी, बी एल आच्छा, प्रदीप नवीन और दवे .
5.1.15
व्यंग्यकार शंकर पुणताम्बेकर
दो हजार चौदह की एक सुबह हिंदी व्यंग्य के वरिष्ठ रचनाकार श्री शंकर पुणताम्बेकर का सानिध्य मिला . साथ में वरिष्ठ कहानीकार श्री सूर्यकान्त नागर स्नेह भी .
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