कुछ यादें बेतरतीब सी
इन्हें भी देखें --
गोइंका व्यंग्यभूषण सम्मान 2018
उपन्यास
अपने गिरेबां में !!!
लघुकथाएं ..
व्यंग्य श्री - २००१४
कुछ यादें बेतरतीब सी
4.8.11
राष्ट्रीय व्यंग्य संगोष्ठी - 2011
वक्तव्य देते जवाहर चौधरी , पिल्केंद्र अरोरा , हरी जोशी ,प्रेम जन्मेजय , शेरजंग गर्ग , गोपाल चतुर्वेदी , रोमेश जोशी और शिव शर्मा
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