कुछ यादें बेतरतीब सी
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अपने गिरेबां में !!!
लघुकथाएं ..
व्यंग्य श्री - २००१४
कुछ यादें बेतरतीब सी
2.12.13
व्यंग्यकार अश्वनिकुमार दुबे का इंदौर मे पहला व्यंग्य पाठ
ब्रजेश कानूनगो , अश्वनी कुमार दुबे और जवाहर चौधरी -- व्यंग्य पाठ और चर्चा में .३०-११-२०१३ को
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